Air Quality Index क्या होता है? – पूरी जानकारी आसान हिंदी में।

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Air Quality Index (AQI) क्या होता है? पूरी जानकारी आसान भाषा में

आज के समय में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है। छात्र अक्सर समाचार, मोबाइल ऐप या परीक्षा में “AQI” शब्द देखते हैं, लेकिन इसका सही अर्थ और उपयोग समझ नहीं पाते। यह लेख आपकी इसी समस्या का समाधान है। यहाँ हम Air Quality Index को बिल्कुल आसान, परीक्षा-उपयोगी और व्यावहारिक तरीके से समझेंगे।

Air Quality Index (AQI) क्या होता है?

Air Quality Index यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक, हवा की शुद्धता या प्रदूषण स्तर को मापने का एक मानक पैमाना है। यह बताता है कि किसी क्षेत्र की हवा मानव स्वास्थ्य के लिए कितनी सुरक्षित या खतरनाक है।

AQI का उपयोग आम जनता को यह समझाने के लिए किया जाता है कि प्रदूषण का स्तर बढ़ने या घटने से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

AQI को मापने की जरूरत क्यों पड़ी?

पहले प्रदूषण को केवल वैज्ञानिक आंकड़ों में मापा जाता था, जो आम लोगों के लिए समझना कठिन था। AQI ने इस समस्या को हल किया और प्रदूषण को रंगों और संख्याओं में आसान रूप में प्रस्तुत किया।

तथ्य: भारत में AQI प्रणाली वर्ष 2014 में आधिकारिक रूप से लागू की गई।

AQI कैसे मापा जाता है? (Step-by-Step)

  1. प्रमुख प्रदूषकों की पहचान: हवा में मौजूद PM2.5, PM10, NO2, SO2, CO, O3, NH3 और Pb को मापा जाता है।
  2. डेटा संग्रह: CPCB और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मशीनों से डेटा लिया जाता है।
  3. गणना: प्रत्येक प्रदूषक का उप-सूचकांक निकाला जाता है।
  4. सबसे अधिक मान: जिस प्रदूषक का स्तर सबसे अधिक होता है, वही AQI बनता है।

AQI के स्तर और उनके अर्थ

AQI रेंज स्थिति स्वास्थ्य प्रभाव
0–50 अच्छा कोई खतरा नहीं
51–100 संतोषजनक संवेदनशील लोगों को हल्की समस्या
101–200 मध्यम सांस संबंधी परेशानी
201–300 खराब स्वास्थ्य पर स्पष्ट असर
301–400 बहुत खराब गंभीर प्रभाव
401–500 गंभीर आपात स्थिति
चेतावनी: AQI 300 से ऊपर होने पर बाहर व्यायाम करने से बचें।

भारत में AQI की निगरानी कौन करता है?

भारत में Central Pollution Control Board (CPCB) AQI की निगरानी करता है। इसके अलावा SAFAR और राज्य प्रदूषण बोर्ड भी डेटा उपलब्ध कराते हैं।

परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण शॉर्टकट

  • AQI = सबसे अधिक प्रदूषक का मान
  • PM2.5 सबसे खतरनाक
  • हरा रंग = सुरक्षित
  • लाल/मरून = गंभीर
टिप: AQI से जुड़े प्रश्न अक्सर UPSC, SSC, रेलवे और राज्य PSC में आते हैं।

छात्रों द्वारा की जाने वाली सामान्य गलतियाँ

  • AQI को केवल PM2.5 समझ लेना
  • रंगों का अर्थ याद न रखना
  • स्वास्थ्य प्रभाव को नजरअंदाज करना
  • भारत और USA AQI मानक को एक मान लेना

स्वास्थ्य और जीवन में AQI का महत्व

AQI केवल परीक्षा का विषय नहीं, बल्कि हमारे दैनिक जीवन से जुड़ा हुआ है। यह हमें बताता है कि कब बाहर जाना सुरक्षित है और कब सावधानी जरूरी है।

निष्कर्ष

Air Quality Index हमें प्रदूषण को समझने और उससे बचाव करने का एक सरल माध्यम देता है। छात्रों को चाहिए कि वे AQI की रेंज, रंग और स्वास्थ्य प्रभाव को अच्छे से याद रखें। यह न केवल परीक्षा में अंक दिलाएगा बल्कि आपको एक जागरूक नागरिक भी बनाएगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

AQI का फुल फॉर्म क्या है?
Air Quality Index, जो वायु की गुणवत्ता बताता है।

AQI का सबसे खतरनाक स्तर कौन सा है?
401–500, जिसे गंभीर श्रेणी कहा जाता है।

AQI कौन मापता है?
भारत में CPCB और राज्य प्रदूषण बोर्ड।

PM2.5 क्या है?
बहुत सूक्ष्म कण जो फेफड़ों में गहराई तक जाते हैं।

AQI परीक्षा में क्यों जरूरी है?
यह पर्यावरण और करंट अफेयर्स का महत्वपूर्ण टॉपिक है।

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